टूटे सपनों की चीख सोने नहीं देती.... टूटे सपनों की चीख सोने नहीं देती....
पर अग़र मैं कहूँ, मैं वही जानती हूँ जो मैं मानना चाहती हूँ मैं तुम्हें पाना चाहती हूँ पर अग़र मैं कहूँ, मैं वही जानती हूँ जो मैं मानना चाहती हूँ मैं तुम्हें पाना...
ज़िन्दगी तू क्या है? छलावा ही छलावा है कभी खुशी कभी गम, धूप छाँव का साया है ज़िन्दगी तू क्या है? छलावा ही छलावा है कभी खुशी कभी गम, धूप छाँव का साया है
अगर इश्क़ है, तो उसे हर बार जताना जरूरी है क्या, कुछ बातें इशारों से भी समझ लिया करो अगर इश्क़ है, तो उसे हर बार जताना जरूरी है क्या, कुछ बातें इशारों से भी सम...
अगर इश्क़ है, तो उसे हरबार जताना जरूरी है क्या, कुछ बाते इशारों से भी समझ लिया करो अगर इश्क़ है, तो उसे हरबार जताना जरूरी है क्या, कुछ बाते इशारों से भी समझ ...
कविता क्या है ? शब्दों की क्रीड़ा है। कवि को होने वाली , प्रसव पीड़ा है। कविता क्या है ? शब्दों की क्रीड़ा है। कवि को होने वाली , प्रसव पीड़ा है...